डेस्क: एक महिला के लिए घर और बच्चों को संभालते हुए नौकरी भी करना काफी मुस्किल काम होता है। उनके लिए बच्चों के साथ – साथ अपनी नौकरी को भी संभालना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन कई बार इन परेशानियों को कंपनी नहीं समझती है और अपने महिला कर्मचारी से यह अपेक्षा करती है कि वह अपना अधिकांश समय कंपनी को दे।
ब्रिटिश की एक रीयल स्टेट कंपनी Manors Estate को अपनी एक महिला कर्मचारी को 1 घंटे की छुट्टी न देने के कारण काफी नुकसान सहना पड़ा। दरअसल, एलिस थॉमसन नाम की एक महिला इस कंपनी में सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत थी। उन्होंने कंपनी से सप्ताह के 4 दिन 1 घंटे पहले छुट्टी देने की अपील की। लेकिन कंपनी ने उनके इस अपील को खारिज कर दिया।
महिला की दिक्कत को कंपनी ने किया नजरंदाज
1 घंटे पहले छुट्टी लेने की वजह उस महिला ने बताई की उनकी एक छोटी बच्ची है जिसे वह चाइल्ड केयर में छोड़कर ऑफिस आती है। चाइल्ड केयर शाम के 5 बजे ही बंद हो जाता है। ऐसे में एलिस ने अपनी कंपनी से सप्ताह में 4 दिन शाम के 5 बजे छुट्टी देने की सिफारिश की। लेकिन उनकी कंपनी ने इस बात से इन्कार कर दिया। इस वजह से कंपनी को उस महिला के सालाना पैकेज से भी अधिक का मुआवजा चुकाना पड़ा।
देना पड़ा करोड़ों का मुआवजा
दरअसल, 1 घंटे पहले छुट्टी देने से इंकार करने पर एलिस ने अपनी नौकरी छोड़ दी और इसकी शिकायत उसने एंप्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल से कर दी। एंप्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल ने भी एलिस की दलीलों को मानते हुए Manors Estate के रवैए को गैर जिम्मेदार बताया। एलिस के हिट में फैसला आने के बाद रियल स्टेट कंपनि को एलिस को 181,000 पाउंड अर्थात लगभग 2 करोड़ रुपए का मुआवजा देना पड़ा।