डेस्क: इस साल गणतंत्र दिवस परेड में कई अनोखी चीजें देखने को मिलेंगी। इस बार लोगों को पहली बार कई चीजें देखने को मिलेंगी, जबकि वे पहली बार कई चीजें मिस भी करेंगे।
इस बार गणतंत्र दिवस परेड में भारत की पहली महिला फाइटर पायलट अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में तैनात सैनिकों की भागीदारी, लद्दाख के नए केंद्र शासित प्रदेश झांकी, वायु सेना में राफेल लड़ाकू जेट द्वारा फ्लाईपास्ट में प्रवेश करेगी।
इस बार कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा
पांच दशकों में यह पहली बार होगा कि 72 वें गणतंत्र दिवस परेड में कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा। साथ ही, सेना के दिग्गज मोटर साइकिल स्टंट दिखाते हुए परेड का हिस्सा नहीं होंगे। कोरोना प्रतिबंधों के कारण परेड की लंबाई भी कम कर दी गई है। इस बार राष्ट्रीय स्टेडियम में लाल किले से पहले परेड समाप्त होगी।
परेड में मार्चिंग दस्तों की संख्या कम की जाएगी
कोरोना के कारण, इस बार परेड में मार्चिंग दस्तों की संख्या 144 से घटाकर 96 कर दी गई है। यह सामाजिक भेदभाव नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करेगा। परेड की कमान में दूसरे स्थान पर रहे मेजर जनरल ऑफ स्टाफ (दिल्ली क्षेत्र) आलोक केकर ने कहा कि इस बार राजपथ पर परेड देखने वालों की संख्या भी 25 हजार तक सीमित हो गई है। इससे पहले करीब डेढ़ लाख लोगों ने परेड देखी।
देश की पहली महिला फाइटर पायलट झांकी का हिस्सा होंगी
परेड में शामिल सभी लोगों के लिए मार्च अनिवार्य होगा। देश की पहली तीन महिला पायलटों में से एक फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ भारतीय वायु सेना की झांकी का हिस्सा होंगी।
वायु सेना की झांकी एक हल्के लड़ाकू विमान, एक हेलीकाप्टर और साथ ही एक मिसाइल से लैस सुखोई लड़ाकू विमान का प्रदर्शन करेगी। यह एयरफोर्स के लिए एक आत्मनिर्भर भारत की संभावनाओं को दर्शाता है। बिहार के बेगूसराय की रहने वाली भावना कंठ वर्तमान में राजस्थान में तैनात हैं। यहां उन्होंने मिग -21 बाइसन जेट उड़ाया।
अंडमान की टीम पहली बार शामिल होगी
परेड में पहली बार अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 172 मद्रास प्रतियोगी शामिल होंगे। मेजर मनीष वर्मा इसका नेतृत्व करेंगे। इस दस्ते में 95 प्रतिशत सैनिक स्थानीय जनजातियों के हैं। दस्ते में 96 सैनिक, 2 जेसीओ और एक अधिकारी शामिल हैं।