डेस्क: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अधिकतम हिंदू वोट पाने के लिए सभी पार्टियां उन्हें किसी ना किसी तरीके से बरगलाने की कोशिश में लगी हुई है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2 जनवरी को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे स्थित महुआ कला गांव में भगवान परशुराम मंदिर का लोकार्पण करते हुए उसके सामने 68 फीट का फरसा लगवाया था। लेकिन उसके 8 दिन बाद ही तेज हवा से फरसा जमीन पर गिर गया जिसके बाद सियासी माहौल बनाना शुरू हो गया।
इसी बीच भाजपा के मंत्रियों ने भी समाजवादी सरकार पर अलग-अलग तंज कसे। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने कहा, “भगवान परशुराम अखिलेश यादव और उनकी पार्टी से नाराज हैं। फरसा गिर गया। हालांकि, उन पर नहीं गिरा।”
इसके अलावा बृजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, “सपा के लिए भारी अपशगुन। कुपित हुए भगवान परशुराम। फरसा गिरा। अखिलेश यादव द्वारा विद्वेष पूर्ण भावना से भगवान परशुराम के मंदिर में लगाए गए फंसे का गिर जाना, समाजवादी पार्टी के लिए भारी अपशगुन साबित होगा।”
सपा के खोखले दावों की पोल खोल रहा भगवान परशुराम के फरसे में किया गया भ्रष्टाचार…
ये नई नहीं, ये वही सपा है #सपा_मतलब_भ्रष्टाचार pic.twitter.com/b70j9DfvLL
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) January 10, 2022