डेस्क: बिहार में पहाड़ी जिलों की कमी नहीं है। लेकिन यहां पानी की बर्बादी भी काफी मात्रा में होती है। यहां तक कि किसानों को सिंचाई के लिए पानी तक नहीं मिल पाता। बिहार में सिंचाई और हरियाली की समस्या को एक साथ दूर करने के लिए सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है।
कहा जा रहा है कि इन समस्याओं को दूर करने के लिए पहाड़ से गिरने वाले पानी का इस्तेमाल किया जाएगा। लघु जल संसाधन विभाग राज्य भर में 100 गारलैंड ट्रेंच बनाएगी जिससे पहाड़ से गिरने वाले पानी को जमा कर उसका इस्तेमाल खेतों की सिंचाई में किया जाएगा।
इससे न केवल सिंचाई की समस्या का निवारण होगा बल्कि पहाड़ों पर हरियाली भी बढ़ेगी। गारलैंड ट्रेंच बनाने से एक फायदा यह भी होगा कि वहां की मिट्टी रिचार्ज हो सकेगी। सूत्रों के अनुसार इस वर्ष ऐसी ही 30 योजनाओं का डीपीआर तैयार कर लिया गया है।
राज्यभर में बनेंगे 100 गारलैंड ट्रेंच
लघु जल संसाधन विभाग ने 100 गारलैंड ट्रेंच बनाने के लिए नवादा, जमुई, गया, रोहतास, बांका और कैमूर जिलों को चुना है। बता दें कि गया जिले की 6 योजनाओं पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। गारलैंड ट्रेंच बनाने के लिए ऐसी भूमि का चयन किया जाएगा जो समतल हो।
ऐसी जगह आमतौर पर पहाड़ों की तलहटी पर होती है। बता दें कि ऐसी जगहों का चयन सरकार ने कर लिया है और जल्द ही वहां काम भी शुरू हो जाएगा। इससे पहाड़ों में हरियाली बढ़ने के साथ-साथ किसानों के सिंचाई की समस्या का भी समाधान हो जाएगा।