डेस्क: 20 सितंबर 2021 को पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शपथ ग्रहण लेने के बाद से ही कई बड़े फैसले लेने शुरू कर दिए। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर पंजाब के गरीबों और किसानों के लिए कई अहम फैसले लिए। उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने एक आम आदमी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया है। अब वह आम आदमी के हित में फैसले लेंगे।
उन्होंने पंजाब के गरीबों और किसानों के लिए बिजली और पानी के बिल माफ करने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि वह किसानों के हित में अपनी गर्दन तक कटवा सकते हैं लेकिन किसी भी हालत में व किसानों को कमजोर नहीं होने देंगे। इसी के साथ उन्होंने केंद्र सरकार से तीनों कृषि बिल वापस लेने की अपील की।
कृषि कानूनों को लेकर जताई चिंता
चन्नी का कहना है कि यदि कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो पंजाब से किसानी खत्म हो सकती है। इसका असर पंजाब के प्रत्येक किसान परिवार पर पड़ेगा। उनका दावा है कि वह ऐसा नहीं होने देंगे। उनके अनुसार वह अपने इसी कार्यकाल में बिजली व पानी के बिल को माफ करने के फैसले को पास करवाएंगे।
किसानों और आम आदमियों को साथ लेकर चलेंगे
साथ ही पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस बात की घोषणा भी की है कि उनके कार्यकाल के शुरू के 2 दिन केवल जनता की शिकायतों को सुनेंगे। इसके लिए उन्होंने अपनी सेक्रेटरी को भी आदेश जारी कर दिया है। उनका कहना है कि उनकी सरकार किसानों और आम लोगों को एक साथ लेकर चलेगी।
अंतिम समय में बदला गया था फैसला
कांग्रेस के पंजाब प्रभारी ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी सभी को दी कि चरणजीत सिंह चन्नी को विधायक दल का नेता चुना गया है। दरअसल, सुखजिंदर सिंह रंधावा को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा हो रही थी लेकिन अंतिम समय में विधायक दल के एक गुट ने यह मांग किया कि दलित सिख को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। इसके बाद चन्नी को मुख्यमंत्री चुना गया जिसपर कांग्रेस आलाकमान ने भी मंजूरी दे दी चुना गया जिस पर कांग्रेस आलाकमान ने भी मंजूरी दे दी।