डेस्क: पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनाव में मुख्य रूप से बीजेपी और टीएमसी के बीच की टक्कर देखने मिलेगी क्योंकि भवानीपुर सीट जहां ममता बनर्जी और प्रियंका टिबरेवाल का आमना-सामना होने वाला है, वहां पहले ही कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतारने से मना कर दिया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि यह उपचुनाव भवानीपुर सीट पर ही केंद्रित होकर रह गया है।
आज भवानीपुर सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उन्होंने कोलकाता के अलीपुर में अपना नामांकन दाखिल किया इस दौरान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी भी उनके साथ उपस्थित थे। ममता बनर्जी दो दिन पहले ही भवानीपुर सीट से अपना नामांकन दाखिल कर चुकी है। उन्होंने कोलकाता में ही अपना नामांकन दाखिल किया था।
क्या प्रियंका टिबरेवाल हरा पाएगी ममता को?
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से खड़ी हुई थी जहां उनके खिलाफ भाजपा का उम्मीदवार सुवेंदु अधिकारी को बनाया गया था। लेकिन सुवेंदु ने ममता बनर्जी को नंदीग्राम स्वीट से हरा दिया था। अब देखना यह है कि क्या प्रियंका भवानीपुर सीट से भी ऐसा कर सकती है? बता दें कि बंगाल की सीएम बने रहने के लिए ममता बनर्जी का यह उपचुनाव जीतना आवश्यक है।
Alipore, West Bengal: BJP candidate for Bhabanipur by-poll, Priyanka Tibrewal files her nomination. She will face CM and TMC candidate Mamata Banerjee in the by-poll, scheduled for 30th September. pic.twitter.com/M8E3zTtf4j
— ANI (@ANI) September 13, 2021
प्रचार से पहले देवी काली से की प्रार्थना
नामांकन से पहले ही प्रियंका टिपरे वालों ने 12 सितंबर रविवार के दिन से शुरू कर दिया था। प्रचार शुरू करने से पहले शनिवार के दिन उन्होंने कालीघाट मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की और राज्य में हो रहे अन्याय से राज्य की जनता की रक्षा के लिए उन्होंने देवी काली से प्रार्थना भी की। प्रियंका ने राज्य में हुए चुनावी हिंसा की निंदा करते हुए ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया था।
उन्होंने ममता के सरकार में राज्य में बिना इस परेशानी के पारदर्शी चुनाव नहीं होने की आशंका जताई है। बता दें कि चुनाव के बाद हुए हिंसा के खिलाफ प्रियंका टिबरेवाल ने ही कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर किया था। 30 सितंबर को मतदान होने हैं और 3 अक्टूबर को मतों की गिनती होगी। इसके बाद यह पता चल जाएगा कि ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद पर बनी रहेंगी या नहीं।