डेस्क: भारतीय युवा कांग्रेस द्वारा अक्सर राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने मांग की जाती है। एक बार फिर भारतीय युवा कांग्रेस राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाने की मांग उठी है। इस संबंध में बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पास किया गया है। बता दें कि युवा कांग्रेस के दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में यह मांग की गई है।
इस दौरान युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी भी मौजूद थे। उनका कहना है एक बार फिर राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना चाहिए क्योंकि वह इकलौते ऐसे नेता हैं जो जनता के मुद्दों को उठाते हैं। भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने भी राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग करते हुए कहा कि पार्टी का हर एक कार्यकर्ता आने वाले दिनों में पार्टी की विचारधारा और राहुल गांधी के संदेशों को देश के जन-जन तक पहुंचाएगा।
बैठक के दूसरे दिन पास किया गया प्रस्ताव
राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद लगातार कई बड़े नेता ने उन्हें अध्यक्ष बनने के लिए मनाने की कोशिश की लेकिन राहुल गांधी नहीं माने। भारतीय युवा कांग्रेस के दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के दूसरे दिन राहुल गांधी को पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया गया। गोवा के पणजी में एक रिसोर्ट में आयोजित किया गया था।
At the National Executive meeting of the Indian Youth Congress, IYC Jointly passes a resolution that Shri @RahulGandhi Ji should be appointed as AICC President as per the constitution of Indian National Congress. pic.twitter.com/c5wxDm6wM7
— Srinivas BV (@srinivasiyc) September 6, 2021
2019 में राहुल गांधी ने दिया था इस्तीफा
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से कई समय तक कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए स्थिति बनी हुई थी। आखिरकार सोनिया गांधी ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनकर इस पद की जिम्मेदारी को संभाला। तब से लेकर अब तक लगातार कई बार राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग होती आ रही है।
गैर गांधी को अध्यक्ष बनाने का दिया था सुझाव
2019 के आम चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए अपने त्यागपत्र में किसी गैर-गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की सलाह दी थी। उनके अनुसार 100 साल से अधिक समय से कांग्रेस का नेतृत्व नेहरू और गांधी परिवार के सदस्यों ने ही किया है लेकिन अब इसे किसी गैर-गांधी के नेतृत्व की आवश्यकता है।