डेस्क: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी के हार जाने के बाद से ही लगातार चुनाव की मांग हो रही थी। मुख्यमंत्री पद पर कायम रहने के लिए 6 महीने के अंदर किसी एक सीट से उपचुनाव जीतकर विधानसभा का सदस्य बनना उनके लिए काफी आवश्यक था। बता दें कि चुनाव आयोग ने शनिवार 4 सितंबर को पश्चिम बंगाल में होने वाले उप चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है
हाई कोर्ट के दखल से चुनाव आयोग ने लिया फैसला
इलेक्शन कमिशन के चुनाव की तारीखों की घोषणा ना करने पर अंत में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने चुनाव आयोग पर चुनाव को ना होने देने का आरोप लगाया। अंत में हाईकोर्ट के दखलंदाजी से चुनाव आयोग ने शनिवार को उप चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी। चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए स्टेटमेंट में बताया गया है पश्चिम बंगाल में भवानीपुर सीट सहित कई और सीटों पर 3 सितंबर को उपचुनाव होंगे।
नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 13 सितंबर तय की गई है। इसी स्टेटमेंट में बताया गया है कि मतगणना 3 अक्टूबर 2021 को रविवार के दिन होगी। साथ ही चुनाव आयोग ने 5 अक्टूबर से पहले सभी कार्यक्रमों को खत्म करने की सूचना दी है। चुनाव आयोग से तारीखों की घोषणा होने के बाद से ही सभी पार्टियां चुनाव की तैयारियों में लग गई है।
भाजपा भी है उपचुनाव के लिए तैयार
30 सितंबर को पश्चिम बंगाल में उपचुनाव होने हैं। ऐसे में एक महीने से भी कम समय के अंदर सभी पार्टियों को चुनाव के लिए तैयारियां करनी होंगी। सूत्रों के अनुसार उपचुनाव की तारीखों की घोषणा होने से पहले ही केंद्रीय नेतृत्व द्वारा पश्चिम बंगाल भाजपा को चुनाव की तैयारियों में लग जाने के निर्देश मिल गए थे। बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष के अनुसार बंगाल भाजपा उपचुनाव के लिए बिल्कुल तैयार है।
भवानीपुर सीट से लड़ेंगी ममता बनर्जी
चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा करने के बाद ममता बनर्जी ने फैसला लिया है कि वह भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ेंगी। लेकिन उनके विपरीत भाजपा का उम्मीदवार कौन होगा इस विषय पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस बार भाजपा बिल्कुल नए चेहरों को मैदान पर उतार सकती है। ऐसे में देखने वाली बात है कि ममता बनर्जी के खिलाफ भवानीपुर सीट में भाजपा का चेहरा कौन बनेगा?