डेस्क: कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कर दिया था। पीएम के ऐसा करने के बाद से ही कांग्रेस और भाजपा के बीच की राजनीति काफी गर्म हो गई थी। भाजपा की सरकार में कई बार नाम का बदला जा चुका है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा कि सरकार आने के बाद इलाहाबाद शहर कई जगहों के नाम बदले गए थे। जिला पंचायत की बैठक में अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ किए जाने का प्रस्ताव रखा गया। इसके बाद सर्वसम्मति से अलीगढ़ को हरिगढ़ घोषित किए जाने का प्रस्ताव पास कर दिया गया। इसके अलावा भी अलीगढ़ में जिला पंचायत बोर्ड मीटिंग के दौरान मैनपुरी जिला काहे नाम बदलने का प्रस्ताव रखा गया।
मैनपुरी जिले के नाम बदलने पर भी हो रही चर्चा
मैनपुरी का नाम बदलकर मयन नगर रखने का प्रस्ताव दिया गया जिसका कुछ जिला पंचायत सदस्यों ने विरोध भी किया। हालांकि नाम बदलने के पक्ष में बहुमत मिलने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना भदौरिया ने सर्वसम्मति से मैनपुरी का नया नगर रखे जाने के प्रस्ताव को पास कर दिया। बता दें कि मैनपुरी मयन ऋषि की तपोभूमि होने के कारण प्रसिद्ध है।
अब सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव
जिला पंचायत में इन प्रस्ताव के पास होने के बाद अभी नहीं यूपी सरकार के पास भेजा जाएगा। वहां इस विषय पर फैसला किया जाएगा किन जगहों के नाम बदलने हैं या नहीं। यूपी सरकार के नाम बदलने के इतिहास को देखते हुए ज्यादातर यही उम्मीद किया जा रहा है इन जगहों के नाम बदल दिए जाएंगे।
योगी आदित्यनाथ ने बदले कई नाम
सत्ता में आने के बाद से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कई रेलवे स्टेशनों के नाम बदले जिनमें सबसे प्रमुख मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, इलाहाबाद के नाम को बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर देना है।