7 जनवरी रविवार को उत्तराखंड के चमोली में एक ग्लेशियर टूटने के कारण बाढ़ आ गई. इस घटना पर प्रधानमंत्री मोदी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, “इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर उत्तराखंड के लोगों के साथ पूरा देश खड़ा है.”
उनका कहना है कि स्थितियों के ऊपर उनकी पूरी नजर है. साथ ही वे एनडीआरएफ की तैनाती तथा राहत एवं बचाव कार्य के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों से बात भी कर रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने बचाव अभियान के लिए वायु सेना को भी अलर्ट कर दिया है. उनका कहना है कि वायुसेना के हेलीकॉप्टर द्वारा बचाव अभियान में तेजी आएगी.
आपको बता दें कि यह घटना उत्तराखंड के चमोली में हुई जहां ग्लेशियर टूटने से अचानक से जलस्तर बढ़ गया. जल स्तर बढ़ जाने से बाद कि स्थिति बन गई. दुख की बात यह है कि पावर प्रोजेक्ट में काम करने वाले कई मजदूर इसकी चपेट में आ गए. अनुमान लगाया जा रहा है कि पावर प्रोजेक्ट में काम करने वाले लगभग डेढ़ सौ लोग इसके चपेट में आ चुके हैं.
उनसे किसी भी प्रकार से संपर्क नहीं हो पा रहा है. समय बीतने के साथ ही बाढ़ का पानी निचले जिलों तक भी पहुंच रहा है. हालांकि, निचले जिलों तक पहुंचते-पहुंचते इसकी रफ्तार धीमी हो गई है. अनुमान लगाया जा रहा है कि रात के 9:00 बजे तक बाढ़ का असर हरिद्वार में भी देखने को मिलेगा. आसपास के राज्यों की सरकार ने भी बाढ़ के असर को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है.