डेस्क: आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं लेकिन उससे पहले ही यूपी की सियासत काफी गर्म हो चुकी है। पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह को ‘अब्बाजान’ कहने पर राजनीतिक जंग चल रहा था। लेकिन अब राकेश टिकैत की एंट्री से वह मामला ठंडा पड़ चुका है और ‘चाचाजान’ चर्चा का विषय बन गया है।
ओवैसी को कहा ‘चाचाजान’
दरअसल राकेश टिकैत ने अपनी एक रैली के दौरान भाजपा पर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने सर उद्दीन ओवैसी को भी आड़े हाथों लिया और उन दोनों को एक ही टीम का बताया। उन्होंने अपने भाषण के दौरान असदुद्दीन ओवैसी को भाजपा का ‘चाचाजान’ कह कर संबोधित किया। राकेश टिकैत के अनुसार असदुद्दीन ओवैसी लगातार भाजपा को गालियां देते हैं। लेकिन फिर भी उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाता क्योंकि वह दोनों एक ही टीम के हैं।
किसानों को चाहिए दोगुने दाम
उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज सरकार कल कारखानों व फैक्ट्रियों को बेचने में लगी हुई है। उन्होंने प्रधानमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि 1 जनवरी 2022 से किसानों को फसल के दोगुने दाम चाहिए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो कोई भी उन्हें वोट नहीं देगा। इसके लिए राकेश टिकैत अलग-अलग जगहों में लोगों के बीच जाकर उन्हें इस बारे में बताएंगे।
‘चाचाजान’ से पहले ‘अब्बाजान’ पर भी मचा था बवाल
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के पिता व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को अब्बा जान कह कर संबोधित किया था जिसके जवाब में अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ का विरोध करते हुए कहा था कि “यदि वह मेरे पिता को ऐसा कहेंगे तो मैं भी उनके पिता के बारे में कहूंगा।”