डेस्क: अमेरिका में तूफान ‘इडा’ रविवार तड़के श्रेणी चार के प्रचंड तूफान में तब्दील हो गया जिससे लुइसियाना तटीय क्षेत्र में भारी तबाही की आशंका है. इस बीच, आपात सेवा से जुड़े अधिकारियों ने कोविड-19 महामारी के प्रसार के खतरे के बावजूद लोगों के लिए सुरक्षित स्थानों पर आश्रय केंद्र खोलने शुरू कर दिए हैं.
‘नेशनल हरिकेन सेंटर’ ने पूर्वानुमान जताया कि तूफान ‘इडा’ श्रेणी चार के अत्यंत खतरनाक तूफान में तब्दील होगा जिसमें हवाओं की रफ्तार 209 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है. इस पूर्वानुमान के अनुरूप ही रविवार तड़के तूफान प्रचंड तूफान में तब्दील हो गया जो दोपहर के समय तट से टकरा सकता है.
यह तूफान ठीक उसी तारीख को आया है जब 16 साल पहले तूफान कैटरीना ने लुइसियाना और मिसीसिपी में तबाही मचाई थी. इरा उत्तरी खाड़ी की ओर बढ़ने के साथ तेजी से मजबूत हुआ और हवा की रफ्तार 185 किलोमीटर प्रति घंटे से कुछ की घंटों में 220 किलोमीटर प्रति घंटे हो गयी. फिलहाल यह मिसीसिपी नदी के मुहाने से दक्षिण में 120 किलीमीटर की दूरी पर तथा होमा लुईसियाना से दक्षिणपूर्व में 235 किलोमीटर की दूर पर है.
यह उत्तर पश्चिम दिशा में 24 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है.‘इडा’ ऐसे समय आया है जब क्षेत्र में कोविड रोधी टीकाकरण की कम दर और कोरोना वायरस के ‘डेल्टा’ स्वरूप की वजह से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं.
गवर्नर जॉन बेल एडवर्ड ने शनिवार को कहा कि लुइसियाना स्थिति को संभालने में समर्थ है और कोविड-19 की वजह से आश्रय स्थल कम क्षमता के साथ संचालित होंगे. उन्होंने कहा कि लुइसियाना के अधिकारी लोगों को होटलों में ठहराने के बारे में सोच रहे हैं, ताकि कम लोगों को ही सार्वजनिक आश्रय स्थलों पर रहना पड़े. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ‘इडा’ तूफान के पहुंचने से पहले ही लुइसियाना और मिसीसिपी में आपातकाल लगाने की मंजूरी दे दी है.
सोलह साल पहले 29 अगस्त 2005 को आए तूफान ‘कैटरीना’ ने मिसीसिपी और लुइसियाना के तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई थी. श्रेणी तीन के तूफान ‘कैटरीना’ की वजह से 1,800 लोगों की मौत हुई थी और यह न्यू ऑर्लीन्स में भयावह बाढ़ का कारण बना था, जिससे उबरने में वर्षों लग गए थे.