डेस्क: अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते अत्याचार के लिए भारत सरकार लगातार ही भारतीय वायुसेना की मदद से वहां फंसे भारतीय नागरिकों को वापस भारत ला रही है। लगातार पिछले कई दिनों से भारतीय वायु सेना रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। जिसके अंतर्गत प्रतिदिन दो विमान अफगानिस्तान के लिए उड़ान भरते हैं और भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से भारत लेकर आते हैं।
लगातार चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद अब तक बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को सुरक्षित भारत ले आया गया है। इसके बाद भी अफगानिस्तान में कई भारतीय नागरिक अब भी फंसे हुए हैं। वह लगातार भारत सरकार से गुहार कर रहे हैं कि उन्हें भी जल्द से जल्द भारत ले आया जाए। भारत सरकार भी उन्हें वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है।
20 भारतीय नागरिक अब भी फंसे हुए हैं काबुल में
सूत्रों की माने तो अभी भी 20 भारतीय नागरिक ऐसे हैं जो अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में फंसे हुए हैं और भारत वापस आना चाहते हैं। इसके लिए वह लगातार भारत सरकार से मदद मांग रहे हैं। दरअसल, भारत सरकार ने अफगानिस्तान में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को भारत लाने के लिए एक लिस्ट बनाई थी। यह सभी लोग उसी लिस्ट के आखिरी 20 बचे हुए भारतीय नागरिक हैं।
140 सिख और हिंदू शरणार्थी भी आना चाहते हैं भारत
अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों के बीच 140 सिख और हिंदू शरणार्थी भी ऐसे हैं जो वहां से निकलकर भारत आना चाहते हैं। भारत सरकार ने भी अफगानिस्तान में फंसे हुए सिख व हिंदू शरणार्थियों के मदद का आश्वासन दिया है। ऐसे में सभी शरणार्थी भारत सरकार से मदद पाने की प्रतीक्षा में हैं।
मुस्लिम शरणार्थियों की भी मदद करने की हो रही मांग
पंजाब के अकाली दल के कई नेताओं सहित कई अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी भारत सरकार से अपील की है कि सिख व हिंदू शरणार्थियों के अलावा भारत सरकार को मुस्लिम शरणार्थियों की भी मदद करनी चाहिए। उनका कहना है कि कई मुस्लिम शरणार्थी ऐसे भी हैं जो भारत आना चाहते हैं। भारत सरकार को उन्हें भी शरण देना चाहिए।
15 अगस्त से अब तक निकाले जा चुके हैं सैकड़ों लोग
भारत सरकार ने भारतीय वायु सेना की सहायता से 15 अगस्त से ही रेस्क्यू का काम शुरू कर दिया था। तब से लेकर अब तक 800 से भी अधिक भारतीय नागरिकों और सिख व हिंदू शरणार्थियों को अफगानिस्तान से भारत लेकर आया गया है। बीते दिन भी कुल 180 लोगों को वायु सेना के विमान से दिल्ली लाया गया है। अब भारत सरकार अंतिम बचे 20 भारतीय नागरिकों को 140 सिख व हिंदू शरणार्थियों को लाने की तैयारी में है।