डेस्क: हाल ही में राहुल गांधी ने एक विवादित बयान दे दिया। जिसके बाद से वह फिर एक बार सुर्खियों में छाए हुए हैं। दरअसल इस बार राजनीति में देवी देवताओं को भी घसीट लिया है। भाजपा और r.s.s. को घेरने के चक्कर में राहुल गांधी ने लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाते हुए देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी कर दी है।
दरअसल, बीते दिनों राहुल गांधी में वैष्णो देवी की यात्रा पर गए हुए थे। जिसके बाद ही उन्होंने एक विवादित बयान दे दिया है। राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा और आर एस एस की वजह से देश में सभी देवियों की शक्ति कम हो गई है। उनके ऐसा कहने के बाद से ही लगातार देश के कोने-कोने में उनके इस बयान पर आपत्ति जताई जा रही है।
सरकार की नीतियों से देवियों की शक्ति घटी: राहुल
राहुल गांधी ने वैष्णो देवी की यात्रा के बाद जम्मू में अपने एक बयान में कहा कि मोदी सरकार की नोटबंदी और जीएसटी जैसे नीतियों की वजह से देश में देवी लक्ष्मी की शक्ति कम हो गई है। साथ ही उन्होंने दावा किया चेन्नई कृषि कानूनों ने देवी दुर्गा इस शक्ति को भी कम कर दिया है। उनका दावा है कि भाजपा और आरएसएस के किसी व्यक्ति के शैक्षणिक संस्थाओं में नियुक्त होने पर देवी सरस्वती की शक्ति भी कम हो जाती है।
संबित पात्रा ने किया पलटवार
देवी-देवताओं से संबंधित राहुल गांधी के इस अभद्र बयान के बाद से ही भाजपा लगातार उन पर पलटवार कर रही है। भाजपा नेता संबित पात्रा ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए उन पर आरोप लगाया कि अपनी गंदी राजनीति के कारण राहुल गांधी ने देवी देवताओं को भी नहीं छोड़ा है। उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि आज राहुल गांधी जीएसटी की तुलना महालक्ष्मी से कर रहे हैं और वही कुछ दिन पहले वरिष्ठ की तुलना गब्बर सिंह से भी कर रहे थे।