डेस्क: अफगान में बदली परिस्थिति को लेकर वहां के स्टार क्रिकेटर राशिद खान काफी चिंतित हैं. फिलहाल वह इंग्लैंड में हैं, लेकिन उनका परिवार अफगानिस्तान में ही है. अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर उनकी चिंता मैदान में भी झलकती है. उनके साथी खिलाड़ी ने इस बात को साझा भी किया था. इसी बीच राशिद खान ने ट्विटर पर अपनी चिंता जताई थी और दुनिया के देशों से अफगान के लोगों की सुरक्षा के लिए अपील भी की थी.
यह बात तालिबानियों को कतई पसंद नहीं आई. उन्होंने राशिद खान को चेतावनी दी है कि अगर वह इस तरह की बातें करेंगे तो देश लौटने पर उन्हें परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा.
गौरतलब है कि राशिद खान अपने परिवार को अफगानिस्तान से बाहर निकालने की कोशिश में है, लेकिन वह ऐसा कर नहीं पा रहे हैं.
वर्तमान में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लेग स्पिनर राशिद खान इंग्लैंड में एक टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं.
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर व कॉमेंटेटर केविन पीटरसन ने मीडिया को बताया कि मैच के दौरान उनकी राशिद खान से लंबी बातचीत हुई है. वह अपने देश के मौजूदा हालात के कारण काफी चिंतित हैं. वह अपने देश जा नहीं सकते और ना ही अपने परिवार को वहां से निकाल पा रहे हैं. यही वजह है कि उन्होंने मेनचेस्टर ओरिजिनल के खिताब को जीतने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले राशिद खान ने एक ट्वीट कर दावा किया था कि उनका देश अराजकता की स्थिति से गुजर रहा है. उन्होंने दुनिया भर के नेताओं से अपील की थी कि अफ़ग़ानिस्तानियों को ऐसे मरने ना दें. इस ट्वीट के कुछ ही दिनों बाद अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हो गया.
अफगानिस्तान की सत्ता पर दखल के बाद तालिबानियों ने राशिद खान के बयान को सही तरीके से नहीं लिया है. तालिबानी प्रवक्ता ने राशिद के बयान को निराधार बताया.
तालिबान के प्रवक्ता सोहेल शाहीन ने कहा कि वह अफगानिस्तान क्रिकेट में सुधार चाहते हैं. उसे नष्ट करना नहीं. उन्होंने दावा किया कि अफगानिस्तान को क्रिकेट में उतारने का श्रेय तालिबान पर ही जाता है.
अफगानिस्तान क्रिकेट टीम अपनी रफ्तार से ही खेलेगी. पहले से और बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी. जब हम सत्ता में थे, तब हमने अफगानिस्तान को क्रिकेट में परिचय दिलाया. हमारे क्रिकेटर्स हमारे देश के लिए ही खेलेंगे. देश का प्रतिनिधित्व करेंगे.
हमारे स्टार खिलाड़ी राशिद खान जो बेबुनियाद दुष्प्रचार करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें ख्याल रखना चाहिए कि गलत प्रचार के लिए उन्हें कार्यवाही का सामना करना पड़ सकता है.
तालिबानी प्रवक्ता ने कहा, हमने कभी भी अशांति नहीं चाही. हमने हमेशा शांति कायम करने की कोशिश की है और इसे अस्थाई बनाए रखने के लिए जो जरूरी है वही किया.
शाहीन ने कहा, मैं खुद क्रिकेट प्रेमी हूं. पाकिस्तान और अफगानिस्तान मैच को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जब तालिबान सरकार की सत्ता में थी, तब मैं मुल्ला अब्दुल सलाम के साथ खेल देखने के लिए पाकिस्तान गया था और अपने खिलाड़ियों को डट कर सामना करते देख हम काफी खुश हुए थे. हालांकि पाकिस्तान वह मैच बहुत ही मामूली अंतर से जीत गया था.