
अभिषेक पाण्डेय, डेस्क: 1 मार्च सोमवार को देशभर में कोरोनावायरस वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया. इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई. वैक्सीनेशन के दूसरे चरण के शुरुआत के साथ ही इससे संबंधित विवाद भी शुरू हो गया.
दरअसल, कोविड-19 वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगाई गई है, जिसका विरोध विपक्ष की सारी पार्टियां कर रही हैं. विपक्षी पार्टियों ने इससे भाजपा का सेल्स प्रमोशन बताया साथ ही इसका घोर विरोध भी किया. तृणमूल के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भी ट्वीट करके विरोध जताया.
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद प्रधानमंत्री का फोटो कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट में दिया गया है जो कि चुनाव आयोग के नियमों के खिलाफ है. उनका कहना है कि भाजपा के इस चुनावी स्टंट के खिलाफ वे चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करेंगे.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज दिल्ली के एम्स अस्पताल में लिया था. साथ ही उन्होंने देश की जनता से भी वैक्सीन लगवाने की अपील की थी. टीका लगाते हुए मोदी बहुत खुश नजर आ रहे थे. टीका लगवाने के बाद उन्होंने अपनी एक तस्वीर ट्विटर पर भी साझा की थी, जिसमें वह टीका लगवाते हुए नजर आ रहे थे.