डेस्क, हरियाणा-दिल्ली के बीच कुंडली बॉर्डर पर चल रहा किसान आंदोलन रविवार के दिन आंदोलन न होकर किसी मेले में बदल गया. हरियाणा के अलग-अलग गांव से 500 से भी अधिक महिलाएं बच्चों के साथ दल बनाकर कुंडली बॉर्डर पर पहुंची.
सोनीपत, पानीपत समेत अन्य कई गांव से भी करीब 800 ट्रैक्टरों में करके किसान यहां पहुंचे. आपको बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के गिरफ्तारी की तैयारी के समय उनके भावुक हो जाने की वीडियो को देख आंदोलन से वापस लौट चुके किसान मजबूर होकर आंदोलन में वापस शामिल होने लगे.
सिर्फ इतना ही नहीं कई महिलाएं भी बच्चों के साथ इस आंदोलन में शामिल होने यहां पहुंचने लगे. आंदोलन में शामिल हुए एक महिला गुरपिंदर कौर ने कहा कि ट्रांसपोर्ट की दिक्कत की वजह से महिलाओं ने रुपए इकट्ठे किए. उन रुपयों से बस बुक की और यहां तक पहुंची. उनका कहना है कि वह अब कुछ दिनों तक यहीं रहेंगी रहेंगी और लंगर सेवा में भागीदारी देंगी.
आपको बता दें कि आंदोलन में किसी प्रकार का आपराधिक वारदात ना हो इसके लिए सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवाएं पिछले 5 दिनों से बंद कर रखी है. लेकिन अब किसानों ने सूचनाएं पाने के लिए फोन कॉल के साथ-साथ टीवी और डिश का भी सहारा लिया. कई ट्रैक्टर ट्रॉली में डिश टीवी लगे हुए देखे गए. साथ ही किसानों ने स्थानीय लोगों से सलाह करके उनके ब्रॉडबैंड का पासवर्ड भी मांगा.