डेस्क, विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी के 125 वीं जयंती के अवसर पर म्यूजियम में प्रदर्शनी चल रही है. इस प्रदर्शनी में नेताजी से जुड़े कई स्मृति चिन्हों को रखा गया है. उन्ही स्मृति चिन्हों में से एक को विशेषज्ञों ने फर्जी बताया है.
नेताजी अनुसंधान ब्यूरो के अध्यक्ष सुगाता बोस का दावा है कि विक्टोरिया मेमोरियल के म्यूजियम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी एक स्मृति चिन्ह असली नहीं है. नेताजी के प्रपौत्र ने विक्टोरिया मेमोरियल के क्यूरेटर को एक पत्र लिखा. इस पत्र में उन्होंने दावा किया है कि नेताजी के त्यागपत्र की जो कॉपी रखी हुई है, वह बिल्कुल फर्जी है.
उन्होनें इसे फर्जी इसलिए बताया क्योंकि म्यूजियम के अधिकारियों ने इंडियन सिविल सर्विस से नेताजी के त्यागपत्र की कॉपी कभी मांगी ही नहीं थी. उनका यह दावा है कि आईसीएससी नेताजी के त्यागपत्र की वास्तविक कॉपी नेताजी अनुसंधान ब्यूरो के पास पिछले 50 वर्षों से रखी हुई है.
म्यूजियम को लिखे गए पत्र में नेताजी के प्रपौत्र ने तुरंत फर्जी कॉपी को वहां से हटाने की अपील की है. उनके अनुसार फर्जी कॉपी के नीचे उस कॉपी का स्त्रोत नेताजी शोध ब्यूरो को बताया गया है, जो कि बिल्कुल गलत है.
उनके अनुसार नरेंद्र मोदी ने एक फर्जी कॉपी का उद्घाटन किया. यह बहुत ही शर्मनाक बात है. हां किसने पेश किया इसकी जांच करवाने की भी मांग उन्होंने अपने पत्र में की.