डेस्क: पश्चिम बंगाल में 30 सितंबर के दिन होने वाला उपचुनाव ममता बनर्जी के लिए काफी अहम है क्योंकि यह चुनाव जीतकर ही वह मुख्यमंत्री के पद पर बनी रह सकती है। उन्होंने भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया था जहां से भारतीय जनता पार्टी ने अपनी महिला उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल को खड़ा किया है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने अपना गढ़ भवानीपुर को छोड़कर नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया था लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें हार का सामना करना पड़ा फिर भी पार्टी के बहुमत से जीतने के बाद ममता बनर्जी ही मुख्यमंत्री बनी थी। मुख्यमंत्री बने रहने के लिए आवश्यक था कि शपथ ग्रहण के 6 माह के भीतर विधानसभा की सदस्यता ली जाए।
ममता बनर्जी पर लगा आरोप
30 सितंबर को भवानीपुर विधानसभा सीट में होने वाले उपचुनाव को जीतकर ममता बनर्जी मुख्यमंत्री के पद पर बनी रह सकती है लेकिन उप चुनाव से पहले भाजपा ने ममता बनर्जी के नॉमिनेशन पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। उनका ममता बनर्जी पर आरोप है कि नामांकन दाखिल करते समय ममता ने अपने खिलाफ दर्ज 5 पुलिस मामलों का खुलासा नहीं किया था।
रद्द किया जा सकता है नामांकन
भाजपा के इस आरोप लगाने के बाद से यह अटकलें लगाई जा रही है कि ममता बनर्जी का नामांकन रद्द किया जा सकता है। यदि ऐसा होता है तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से हाथ धोना पड़ सकता है। ममता के खिलाफ यह शिकायत प्रियंका टिबरेवाल के चुनाव एजेंट ने भवानीपुर के रिटर्निंग ऑफिसर से पत्र लिखकर की है।
West Bengal: Election agent of BJP candidate for Bhabanipur constituency Priyanka Tibrewal writes to Returning Officer, objecting nomination/declaration filed by TMC's candidate & CM Mamata Banerjee, failing to disclose particulars of pending criminal proceedings against her pic.twitter.com/hhLIgyYZ2X
— ANI (@ANI) September 14, 2021
पहले भी लग चुके हैं आरोप
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि ममता बनर्जी के खिलाफ 5 पुलिस मामले दर्ज किए गए हैं जिनका विवरण उन्होंने नामांकन के वक्त नहीं दिया। इस संदर्भ में उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर से एक्शन लेने की मांग की है। बता दें कि ममता बनर्जी के खिलाफ यह मामले असम में दर्ज किए गए थे। विधानसभा चुनाव से पहले भी ममता बनर्जी पर इस तरह के आरोप लगाए जा चुके हैं।