डेस्क: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के हार के बाद से ही लगातार लोगों में यह जानने की उत्सुकता थी कि चुनाव आयोग राज्य में उपचुनाव करवाएगा या नहीं। लेकिन बीते दिनों राज्य में चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव की घोषणा करने के बाद से ही लगातार लोगों की जिज्ञासा इस बात को लेकर बढ़ने लगी कि ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी?
उपचुनाव की घोषणा के साथ ही ममता बनर्जी ने इस बात की पुष्टि कर दी थी कि वह भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ेंगी। इसके बाद से ही लगातार अटकलें लगाई जा रही थी कि भाजपा फिर एक बार ममता बनर्जी के खिलाफ शुभेंदु अधिकारी को ही मैदान पर उतार सकती है। लेकिन 9 सितंबर को भाजपा के बंगाल इकाई ने इस बात की घोषणा कर दी है कि पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट से उपचुनाव में प्रियंका टिबरेवाल ममता बनर्जी को टक्कर देंगी।
सुप्रीम कोर्ट की वकील है प्रियंका
बता दें कि प्रियंका टिबरेवाल पेशे से एक वकील है। विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में हुई हिंसा के खिलाफ उन्होंने ही याचिका दायर की थी। वह कोलकाता हाई कोर्ट के साथ ही सुप्रीम कोर्ट की वकील भी हैं। साथ ही को भारतीय जनता युवा मोर्चा के यूथ विंग में उपाध्यक्ष के पद पर भी कार्यरत हैं। अब प्रियंका भवानीपुर सीट पर ममता बनर्जी को टक्कर देने वाली हैं।
बाबुल सुप्रियो की सलाहकार थी प्रियंका
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रियंका टिबरेवाल को भाजपा ने एंटली सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था। टीएमसी ने उनके खिलाफ स्वर्णा कमल को मैदान में उतारा था। विधानसभा चुनाव में प्रियंका को 58,257 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। अब ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए प्रियंका टिबरेवाल से उपचुनाव में जीतना होगा। प्रियंका ने 2014 में भाजपा की सदस्यता ली। इससे पहले वह बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार हुआ करती थी।
कांग्रेस पहले ही मान चुकी हार?
बता दें कि पश्चिम बंगाल में 3 सीटों पर उपचुनाव 30 सितंबर को होगी। इनमें समसेरगंज, जंगीपुर और भवानीपुर सीट शामिल है। वोटों की गिनती 3 दिन बाद 3 अक्टूबर को होगी जिसके बाद सभी को यह पता चल जाएगा कि ममता बनर्जी फिर एक बार मुख्यमंत्री बनी रहेंगी या उन्हें अपने पद से हटना होगा। बता दें कि भवानीपुर सीट से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतारने से इनकार कर दिया है।