डेस्क: इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट्स ऑफ मेडिकल साइंसेज (IGIMS) में आईवीएफ ट्रीटमेंट के जरिये पहले टेस्ट ट्यूब बेबी का जन्म हुआ है. यह पहला मौका है जब बिहार के किसी सरकारी अस्पताल में इस तरह का कोई कीर्तिमान रचा गया है. आईजीआईएमएस संस्थान के अधीक्षक मनीष मंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चा पूर्णत: स्वस्थ्य है और बहुत खुशी की बात है कि आईजीआईएमएस के आईवीएफ सेंटर में पहला बच्चा सुरक्षित जन्म लिया है.
दो साल का लगा समय
टेस्ट ट्यूब बेबी के लिए सहरसा के मिथिलेश कुमार और अनिता कुमारी ने आईजीआईएमएस में संपर्क किया था. मिथिलेश और अनिता 14 सालों से निःसंतान थे. आईजीआईएमएस संस्थान में डॉक्टरों की एक टीम पिछले तीन साल से इस प्रोजक्ट पर काम रही थी. आखिरकार टीम से मिथिलेश कुमार और अनिता कुमारी ने संपर्क किया। पिछले 2 साल से इलाज करा रहे सहरसा के रहनेवाली जोड़ी मिथलेश और अनिता की खुशी का ठिकाना नहीं था। बच्चे के जन्म के बाद न सिर्फ यह जोड़ी खुश है बल्कि अस्पताल के चिकित्सक भी सफलता पर जश्न मना रहे हैं.
आज बिहार के लोगों तो यह बताते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है की पटना के IGIMS में बिहार के पहले टेस्ट ट्यूब बच्चे ने जन्म लिया है | मैं IGIMS के सभी चिकित्सकों को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ | pic.twitter.com/QWfAH2v0Nt
— Mangal Pandey (@mangalpandeybjp) March 24, 2022
स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों को दी बधाई
बिहार के पहले टेस्ट ट्यूब बेबी की तस्वीरें खुद खुद बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से अपने ट्विटर हैंडल पर साझा की है। साथ ही इस कामयाबी के लिए अस्पताल के डॉक्टरों को बधाई दी है। उन्होंने लिखा है कि आज बिहार के लोगों तो यह बताते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है की पटना के IGIMS में बिहार के पहले टेस्ट ट्यूब बच्चे ने जन्म लिया है | मैं IGIMS के सभी चिकित्सकों को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ।