हरि मिश्रा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक कर्तव्यनिष्ठ राजनीतिक नेता हैं। सेरामपुर लोकसभा क्षेत्र में उनकी अत्यंत ख्याति है जो उनके अभी तक की राजनितिक सफलता को दर्शाती है। हरि अपनी क्रांतिकारी राजनीतिक रैलियों और विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से हमेशा सच्चाई के साथ खड़े रहे हैं। इसके लिए तो उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ चूका है।
समुदाय के प्रति जागरूक थे हरि मिश्रा, समाज कल्याण थी भावना
हरि मिश्रा की जन्म 15 अप्रैल 1987 में सेरामपुर लोकसभा में रहने वाले एक हिंदू परिवार से हैं। उनके पिता श्री जोगेंद्र मिश्रा के सानिध्य में उन्होंने अपने अन्दर अपने समुदाय और समाज के प्रति एकता की भावना जागृत की। वे शुरू से ही मेहनती, स्वावलंबी, और इच्छुक रहे हैं जो उनके व्यक्तित्व को निखरती है। वह रिशरा स्थित श्री कृष्ण संयम सखा से भी जुड़े थे जिसने उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखी।
हरि मिश्रा भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य हैं। इससे पहले विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने कई सराहनीय कार्य किये हैं। उनकी प्रतिभा को देखते हुए कई लोग उनकी राजनितिक यात्रा में उनका हिस्सा बने। उनके शुरू से अभी तक की यात्रा युवा पीढ़ी को काफी प्रोत्साहित करती है। वे Bharatiya Janata Yuva Morcha सहित अन्य लोकप्रिय समितियों के Ex-Observer, BJP Serampore मंडल के Ex-Secretary जैसे माननीय पदों पर भी रह चुके हैं.
कई बार राजनीतिक रैलियों व दंगों के आरोप में उन्हें जेल भेजा गया। वे 2019 से अभी तक लोकसभा, विधानसभा और निगम चुनावों में काम कर चुके हैं। राजनितिक रैलियों तथा आंदोलनों के कारण उन्हें जेल भी जाना पद चूका है।