डेस्क: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अपनी चाल चलनी शुरू कर दी है। पटना में कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर एक कार्यक्रम के दौरान, नीतीश कुमार ने हिंदू राष्ट्र के विचार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि सच बोलने के लिए महात्मा गांधी की हत्या की गई, लेकिन इसके बावजूद उनके अनुयायी उनके बताए रास्ते पर चलते रहेंगे।
नीतीश कुमार ने जोर देकर कहा कि भारत विविध धर्मों और संस्कृतियों वाला देश है और एक धर्म को पूरे देश पर थोपने की कोशिश करना गलत है। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का सपना देखते हैं, वे देश को नष्ट करने की दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन वे कभी सफल नहीं होंगे क्योंकि यह गांधी का देश है। नीतीश कुमार ने लोगों से आग्रह किया कि वे केवल महात्मा गांधी के शब्दों का पालन करें और राष्ट्रपिता के सिद्धांतों के खिलाफ बोलने वाले किसी भी व्यक्ति पर ध्यान न दें।
नीतीश के अनुसार, महात्मा गांधी द्वारा दिखाया गया एकता और समावेश का मार्ग भारत के सभी नागरिकों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि देश को धर्म के आधार पर विभाजित नहीं किया जाना चाहिए, और लोगों को एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। नीतीश कुमार के बयान धर्मनिरपेक्षता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और राष्ट्रपिता द्वारा प्रतिपादित मूल्यों में उनके विश्वास को दर्शाते हैं।