डेस्क: पूर्व भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो के टीएमसी में शामिल होने के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने उन्हें आड़े हाथों लिया था। उन्होंने कहा कि पार्टी बदलने से पहले बाबुल को इस बात की जानकारी देनी चाहिए थी साथ ही उन्होंने बाबुल से राज्यसभा के सांसद पद से इस्तीफा देने की बात भी कही थी।
इसका उत्तर देते हुए बाबुल सुप्रियो ने मीडिया के सामने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शुभेंदु अधिकारी पर तंज कसते हुए कहा कि वह पहले नेता नहीं है जिन्होंने पार्टी बदली हो। उनसे पहले भी कई बड़े नेताओं ने पार्टी बदली है। साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी को उन्हें मौका देने के लिए धन्यवाद भी कहा। बाबुल ने कहा कि वह जल्द ही राज्यसभा के सांसद पद से भी इस्तीफा दे देंगे।
ट्रोलिंग की है जानकारी: बाबुल
बाबुल सुप्रियो ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है इसकी जानकारी उन्हें है और वह यह सहने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि वह पिछले 7 सालों से राजनीति कर रहे हैं और अब वह और बेहतर काम करने की कोशिश करेंगे। उनके अनुसार वह बंगाल की सेवा करने के लिए टीएमसी में आए हैं और उन्हें अपने फैसले पर गर्व है।
I thank Mamata didi, Abhishek Banerjee and TMC for giving me a chance in the 'playing 11'. I am aware of trolling on social media. I've been engaged in politics for the last 7 years. I felt it was a good opportunity (on joining TMC) for public welfare: TMC leader Babul Supriyo pic.twitter.com/r8rIv0xRDc
— ANI (@ANI) September 19, 2021
शुभेंदु ने की थी इस्तीफे की मांग
शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि बाबुल के पार्टी बदलने से भाजपा को कोई नुकसान नहीं हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा था कि बाबुल सुप्रियो को तुरंत संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे देना चाहिए। बता दें कि जल्द ही टीएमसी की तरफ से बाबुल सुप्रियो को राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है। टीएमसी की राज्यसभा सांसद अर्पिता घोष ने हाल में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसी सीट से बाबुल सुप्रियो को राज्यसभा भेजा जा सकता है।
शमिक ने बाबुल को बताया अवसरवादी नेता
पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य के अनुसार बाबुल सुप्रियो एक अवसरवादी नेता हैं। उनके अनुसार केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद मंत्री पद ना मिलने पर बाबुल ने पार्टी का साथ छोड़ दिया। शमिक ने बाबुल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह केवल केंद्रीय मंत्री के पद के लिए ही पार्टी में थे। पद से हटाने के बाद ही उन्होंने पार्टी बदल ली। बता दें कि वह पिछले 7 वर्षों से प्रधानमंत्री मोदी के केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा रह चुके हैं।