मधुबनी: उर्वरक की कालाबाजारी रोकने के लिए बिहार के कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक सह अभियंत्रण पदाधिकारी सुधीर कुमार मिश्रा की अगुवाई में पटना से गई जांच टीम इन दिनों विभिन्न जिलों का दौरा कर खाद दुकानों का औचक निरीक्षण कर रही है। इसी क्रम में टीम ने गुरुवार को मधुबनी जिले के पंडौल प्रखंड अंतर्गत नाहर गांव स्थित मां दुर्गा खाद बीज भंडार का औचक निरीक्षण किया।
संयुक्त कृषि निदेशक की अगुवाई में टीम ने यहां उर्वरक भंडारण (स्टॉक) से लेकर पीओएस मशीन, स्टॉक बोर्ड, भंडार पंजी, ट्रक चालान, डिस्ट्रीब्यूटर एवं कंपनी का इनवॉइस समेत सभी रिकॉडों की बारीकी से जांच की। हालांकि सब कुछ नियमानुसार पाया गया और बिहार के संयुक्त कृषि निदेशक ने इस पर संतोष जताया। उन्होंने दुकान के प्रोपराइटर अमीर झा को आगे भी इसी तरह नियमानुसार उर्वरक व बीजों का वितरण करने के लिए प्रेरित किया।
इस औचक निरीक्षण के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी (डीएओ) अशोक कुमार भी मौजूद थे। इधर, निरीक्षण टीम द्वारा संतोष जताने पर दुकान के प्रोपराइटर अमीर झा ने भी खुशी व्यक्त की। दूसरी ओर, पटना से आई जांच टीम के निरीक्षण के डर से इलाके के कई उर्वरक दुकान बंद भी पाए गए।
अधिक कीमत पर उर्वरक बेचने पर होगी सख्त कार्रवाई : संयुक्त निदेशक
इस दौरान संयुक्त कृषि निदेशक श्री मिश्रा ने साफ तौर पर कहा कि बिहार सरकार उर्वरक की कालाबाजारी रोकने को गंभीर है।उन्होंने कहा कि सरकारी दर से अधिक कीमत पर उर्वरक बेचने पर संबंधित दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अगर दुकानदार निर्धारित मूल्य से अधिक राशि वसुलता है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराए जाएंगे।
विदित हो कि उर्वरक की कालाबाजारी पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए पटना से गई टीम गोपनीय तरीके से उर्वरक विक्रेताओं के यहां छापेमारी कर उर्वरक भंडारण, पीओएस मशीन, बिक्री केंद्र पर बोर्ड, स्टॉक बोर्ड,भंडार पंजी, ट्रक चालान, इनवॉइस आदि की जांच कर रही है। गड़बड़ी पाए जाने पर प्रोपराइटर के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।