डेस्क: देश में बिगड़ते हालातों को देखते हुए अब इलेक्शन कमीशन ने भी सख्त रुख अपना लिया है। इलेक्शन कमीशन ने अब चुनावी प्रचार के लिए नयी गाइडलाइन भी जारी की है। इस नए गाइडलाइन में रोड शो, जनसभा, साइकिल रैली व बाइक रैली पर रोक लगा दी गयी है।
साथ ही अब किसी जनसभा में 500 से अधिक लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इलेक्शन कमीशन की मानें तो जिन नेताओं को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जनता का पथ प्रदर्शन करना था, वही खुद लगातार कोविड प्रोटोकाल का उलंघन कर रहे हैं।
जनसभाओं में कोविड प्रोटोकाल का पालन ना होने पर कोलकाता हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को सवालों के घेरे में लिया। कलकत्ता हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग पर टिप्पणी करते हुए कहा कि केवल सर्कुलर जारी कर आयोग अपनी भूमिका से पल्ला नहीं झाड़ सकता है।
चुनावी प्रचार के दौरान सभी राजनैतिक पार्टियां कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रही हैं या नहीं यह सुनिश्चित करना भी चुनाव आयोग का काम है। इसीके साथ कलकत्ता हाईकोर्ट ने आयोग को निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करवाने का आदेश दिया।
बंगाल चुनाव के लिए इलेक्शन कमीशन के 4 सख्त निर्देश
1. किसी प्रकार के रोड शो को मंजूरी बिल्कुल नहीं दी जाएगी।
2. साइकिल व बाइक रैली की भी अनुमति नहीं दी जाएगी।
3. किसी भी जनसभा में 500 लोगों से अधिक की भीड़ इकट्ठा नहीं हो सकेगी।
4. रोड शो, बाइक व साइकिल रैली के लिए पहले से दी गयी अनुमति को मान्यता नहीं दी जाएगी।
चुनाव आयोग के इस निर्देश को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित हर किसी को मानना ही होगा।
चुनाव आयोग के नए नियमों से प्रकाशित होने के बाद तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने सभी चुनावी सभाओं रैलियों को रद्द कर दिया है। उनका कहना है कि अब वे वर्चुअल माध्यम से लोगों से बातचीत करेंगी।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने भी मौजूदा स्थिति को देखते हुए बंगाल में अपने चुनावी सभाओं को रद्द कर दिया है।