डेस्क: बिहार के कोने कोने में पंचायत चुनाव का प्रभाव दिख रहा है। यहां के माहौल को देखते हुए कोई भी आसानी से बता सकता है कि जरूर यहां चुनाव होने वाला है। सही प्रत्याशी बड़े ही उत्साह और जोश के साथ अपने प्रचार में जुटे हुए हैं। वही कई प्रत्याशी ऐसे भी हैं जो अपने परिवार के सदस्यों के ही प्रतिद्वंदी बनकर सामने आ रहे हैं। कई पंचायतों में इस बार पिता बनाम पुत्र वह पति बनाम पत्नी देखने को मिलने वाला है।
पत्नी बनी प्रतिद्वंदी
समधपुरा पंचायत के मुखिया पद के प्रत्याशी हरेंद्र प्रसाद सिंह की पत्नी ही उनकी प्रतिद्वंदी बन गई है। उनकी पत्नी धर्म शीला देवी ने भी मुखिया पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है। बताया जा रहा है कि हरेंद्र प्रसाद सिंह के मुखिया पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी इसे देखते हुए उनकी पत्नी ने भी मुखिया पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का फैसला लिया था।
पिता बनाम पुत्र की जंग
केवल यही एक मामला नहीं है जहां दो रिश्तेदार एक दूसरे के आमने सामने आए हो। इसके अलावा भी हथौड़ी उत्तर के पूर्व मुखिया हरे कृष्ण मंडल के सामने उनके पुत्र अजीत कुमार ही खड़े हुए हैं। साथ ही बेलही गांव के पूर्व पंचायत समिति सदस्य बैजनाथ प्रसाद बैजू की दोनों पत्नियों ने मुखिया पद के लिए नामांकन दर्ज कराया है। हालांकि इन दोनों ने अलग-अलग पंचायतों से अपना नामांकन दर्ज कराया है। उनके पहले पत्नी उषा देवी ने हावी डी हिम्मत दे पंचायत से और दूसरी पत्नी नजमा खातून ने हावी डी दक्षिण पंचायत से नामांकन पत्र भरा है।
कई चरणों में होंगे चुनाव
बिहार में कई चरणों के चुनाव में पहले चरण में कुल 10 जिलों में मतदान होने वाले हैं। इनमें कुल 12 प्रखंड शामिल है। इसके लिए 2119 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। पहले चरण के मतदान के लिए कुल उम्मीदवारों की संख्या 15318 है। सभी उम्मीदवारों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। वह अपने-अपने तरीकों से मैदान में उतर कर लगातार प्रचार प्रसार का कार्य कर रहे हैं।