डेस्क: आपराधिक मानहानि मामले में गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने और दो साल की सजा के बाद लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने ऐसा जवाब दिया जिसकी किसीको उम्मीद नहीं थी।
उन्होंने कहा, “मैं 17 साल से सरकार चला रहा हूं। लेकिन कोर्ट के फैसले पर कभी कोई टिप्पणी नहीं की और न ही आगे कोई टिप्पणी करूंगा। मैं केवल यह कहता हूं कि जांच सर्वोत्तम संभव तरीके से की जानी चाहिए।”
बता दें कि जद (यू) के विधायकों सहित बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन (जीए) के सदस्यों ने राहुल गांधी की अयोग्यता के विरोध में शुक्रवार को विधानसभा परिसर के अंदर एक मार्च निकाला था।
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता बनाने पर कुमार ने कहा, “मैं दो बार दिल्ली गया और कांग्रेस सहित सभी विपक्षी नेताओं से मिला। मैं इंतज़ार कर रहा हूं। यदि अधिक से अधिक विपक्षी दल एकजुट हों तो यह सभी के लिए अच्छा होगा।” उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता उनका लक्ष्य है।